Insight: Gyan Bharatam – Bharat ka Anmol Uphaar. Repository of Manuscripts | Sansad TV
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Date
2025-09-16
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Sansad TV
संंसद टी.वी
संंसद टी.वी
Abstract
Description
The Ministry of Culture has launched a historic national initiative called “Gyana Bharatam”, dedicated to the preservation, digitization, and dissemination of India’s manuscript heritage. The Ministry of Culture organized the first “Gyan Bharatam” International Conference in New Delhi at Vigyan Bhawan from September 11–13, 2025, focusing on “Reviving India’s Knowledge Heritage through its Manuscript Legacy.” Bringing together over 1,100 participants, including scholars, experts, institutions, and cultural activists from India and abroad, the conference provided a collaborative platform for discussions and deliberations, paving the way for the preservation, digitization, and global sharing of India’s manuscript wealth.
संस्कृति मंत्रालय ने ‘ज्ञान भारतम’ नामक एक ऐतिहासिक राष्ट्रीय पहल शुरू की है, जो भारत की पांडुलिपि धरोहर के संरक्षण, डिजिटलीकरण और प्रसार के लिए समर्पित है। संस्कृति मंत्रालय की ओर से नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में 11 से 13 सितंबर 2025 तक ‘पांडुलिपि विरासत के माध्यम से भारत की ज्ञान विरासत को पुनः प्राप्त करने’ पर पहला ‘ज्ञान भारतम’ अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया गया। भारत और विदेश के विद्वानों, विशेषज्ञों, संस्थानों और सांस्कृतिक कार्यकर्ताओं समेत 1100 से अधिक प्रतिभागियों को एक साथ लाकर, इस सम्मेलन ने चर्चा, विचार-विमर्श और भारत की पांडुलिपि संपदा के संरक्षण, डिजिटलीकरण और इसे दुनिया के साथ साझा करने की दिशा के लिए मार्ग प्रशस्त करने में सहयोगी मंच तैयार किया।
संस्कृति मंत्रालय ने ‘ज्ञान भारतम’ नामक एक ऐतिहासिक राष्ट्रीय पहल शुरू की है, जो भारत की पांडुलिपि धरोहर के संरक्षण, डिजिटलीकरण और प्रसार के लिए समर्पित है। संस्कृति मंत्रालय की ओर से नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में 11 से 13 सितंबर 2025 तक ‘पांडुलिपि विरासत के माध्यम से भारत की ज्ञान विरासत को पुनः प्राप्त करने’ पर पहला ‘ज्ञान भारतम’ अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया गया। भारत और विदेश के विद्वानों, विशेषज्ञों, संस्थानों और सांस्कृतिक कार्यकर्ताओं समेत 1100 से अधिक प्रतिभागियों को एक साथ लाकर, इस सम्मेलन ने चर्चा, विचार-विमर्श और भारत की पांडुलिपि संपदा के संरक्षण, डिजिटलीकरण और इसे दुनिया के साथ साझा करने की दिशा के लिए मार्ग प्रशस्त करने में सहयोगी मंच तैयार किया।