गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर कुलपति प्रो वरखेडी ने कहा गुरु शिष्य परम्परा ही भारत की वैचारिक समृद्धि का मेरुदण्ड
Date
2025-07-25
Authors
Journal Title
Journal ISSN
Volume Title
Publisher
Aditya Times
आदित्य टाइम्स
आदित्य टाइम्स
Abstract
Description
This news article is based on a statement by Prof. Shrinivasa Varakhedi, Vice-Chancellor of Central Sanskrit University, on Guru Purnima. He highlighted that the Guru-Shishya tradition is central to India’s intellectual heritage, emphasizing guru's role in knowledge, values, and culture. He urged preserving this tradition amid global educational reforms.
यह समाचार लेख गुरु पूर्णिमा के अवसर पर केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. श्रीनिवास वरखेडी के वक्तव्य पर आधारित है। उन्होंने कहा कि गुरु-शिष्य परम्परा भारत की वैचारिक समृद्धि का मेरुदण्ड है। गुरु ज्ञान, मूल्य और संस्कृति के संवाहक हैं। वैश्विक शैक्षिक परिवर्तनों के बीच इस परम्परा को संरक्षित रखना आवश्यक है।
यह समाचार लेख गुरु पूर्णिमा के अवसर पर केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. श्रीनिवास वरखेडी के वक्तव्य पर आधारित है। उन्होंने कहा कि गुरु-शिष्य परम्परा भारत की वैचारिक समृद्धि का मेरुदण्ड है। गुरु ज्ञान, मूल्य और संस्कृति के संवाहक हैं। वैश्विक शैक्षिक परिवर्तनों के बीच इस परम्परा को संरक्षित रखना आवश्यक है।
Keywords
केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय,प्रो. श्रीनिवास वरखेड़ी,गुरु पूर्णिमा,गुरु शिष्य परम्परा,Central Sanskrit University, Prof. Shrinivasa Varakhedi,