Rashtra Dharayatam Dhruvam
Date
2025-01-26
Authors
Journal Title
Journal ISSN
Volume Title
Publisher
Central Sanskrit University, New Delhi
केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, नई दिल्ली
केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, नई दिल्ली
Abstract
Description
This report summarizes the grand celebration of Republic Day 2025 at the Central Sanskrit University, New Delhi. The event commenced with the flag hoisting, followed by an inspiring address from Hon’ble Vice-Chancellor Prof. Shrinivas Varkhedi. Quoting Kautilya, he emphasized that “Self-mastery is the root of true strength,” and development is impossible without inner discipline. Highlighting youth as the driving force of the nation, he urged students to balance rights with responsibilities. The mantra “Rāṣṭra dhārayatām dhruvam” served as the event’s spiritual inspiration. The university reaffirmed its commitment to awakening national consciousness through education, discipline, and shared responsibility.
यह रिपोर्ट नई दिल्ली स्थित केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय में गणतंत्र दिवस 2025 के भव्य समारोह का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत करती है। कार्यक्रम की शुरुआत ध्वजारोहण से हुई, जिसके पश्चात माननीय कुलपति प्रो. श्रीनिवास वरखेड़ी द्वारा प्रेरणादायक भाषण दिया गया। उन्होंने कौटिल्य के कथन “आत्मविजय ही सच्ची शक्ति का मूल है” को उद्धृत करते हुए कहा कि आत्मअनुशासन के बिना विकास असंभव है। उन्होंने युवाओं को राष्ट्र की प्रेरक शक्ति बताते हुए अधिकारों और कर्तव्यों के संतुलन की आवश्यकता पर बल दिया। “राष्ट्र धारयतां ध्रुवम्” मंत्र ने समारोह को आध्यात्मिक प्रेरणा प्रदान की। विश्वविद्यालय ने राष्ट्रचेतना के जागरण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
यह रिपोर्ट नई दिल्ली स्थित केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय में गणतंत्र दिवस 2025 के भव्य समारोह का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत करती है। कार्यक्रम की शुरुआत ध्वजारोहण से हुई, जिसके पश्चात माननीय कुलपति प्रो. श्रीनिवास वरखेड़ी द्वारा प्रेरणादायक भाषण दिया गया। उन्होंने कौटिल्य के कथन “आत्मविजय ही सच्ची शक्ति का मूल है” को उद्धृत करते हुए कहा कि आत्मअनुशासन के बिना विकास असंभव है। उन्होंने युवाओं को राष्ट्र की प्रेरक शक्ति बताते हुए अधिकारों और कर्तव्यों के संतुलन की आवश्यकता पर बल दिया। “राष्ट्र धारयतां ध्रुवम्” मंत्र ने समारोह को आध्यात्मिक प्रेरणा प्रदान की। विश्वविद्यालय ने राष्ट्रचेतना के जागरण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
Keywords
Flag Hoisting, Quote from Kautilya, National Commitment, ध्वजारोहण, आत्मअनुशासन, “राष्ट्र धारयतां ध्रुवम्”, भव्य समारोह