Girvanavani Vijaya Vaijayanti Yatra
Date
2024-09-19
Journal Title
Journal ISSN
Volume Title
Publisher
Central Sanskrit University, New Delhi
केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, नई दिल्ली
केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, नई दिल्ली
Abstract
Description
This report summarizes the events of the inaugural session of the "Girvanvani Vijay Vaijayanti Yatra", a long Sanskrit promotional journey that commenced from Australia. The journey aims to spread Sanskrit globally through lectures, workshops, and cultural interactions. With support from the Swaminarayan Research Institute, a Sanskrit seminar was successfully organized in Australia. During the event, Central Sanskrit University honored Pujya Bhadreshdas Swami with the title “Sanskrit Ambassador at the International Level.” He expressed hope for future collaborations involving international Sanskrit students. Eminent scholars like Prof. Sukanta Kumar Senapati and Dr. Parvin Vyas actively contributed to the success of this global initiative.
यह रिपोर्ट "गीर्वाणवाणीविजयवैजयन्तीयात्रा" के उद्घाटन सत्र की घटनाओं का संक्षेप में वर्णन करती है। यह एक लंबी संस्कृत प्रचार यात्रा है, जिसकी शुरुआत ऑस्ट्रेलिया से हुई। इस यात्रा का उद्देश्य व्याख्यानों, कार्यशालाओं और सांस्कृतिक संवादों के माध्यम से संस्कृत को वैश्विक स्तर पर फैलाना है। स्वामिनारायण शोध संस्थान के सहयोग से ऑस्ट्रेलिया में एक संस्कृत संगोष्ठी का सफल आयोजन किया गया। इस अवसर पर केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय द्वारा पूज्य भद्रेशदास स्वामी को "अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संस्कृत दूत" की उपाधि से सम्मानित किया गया। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय संस्कृत छात्रों के साथ भविष्य में सहयोग की आशा व्यक्त की। इस वैश्विक पहल की सफलता में प्रो. सुकान्त कुमार सेनापति और डा. पर्विन व्यास जैसे प्रतिष्ठित विद्वानों ने सक्रिय योगदान दिया।
यह रिपोर्ट "गीर्वाणवाणीविजयवैजयन्तीयात्रा" के उद्घाटन सत्र की घटनाओं का संक्षेप में वर्णन करती है। यह एक लंबी संस्कृत प्रचार यात्रा है, जिसकी शुरुआत ऑस्ट्रेलिया से हुई। इस यात्रा का उद्देश्य व्याख्यानों, कार्यशालाओं और सांस्कृतिक संवादों के माध्यम से संस्कृत को वैश्विक स्तर पर फैलाना है। स्वामिनारायण शोध संस्थान के सहयोग से ऑस्ट्रेलिया में एक संस्कृत संगोष्ठी का सफल आयोजन किया गया। इस अवसर पर केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय द्वारा पूज्य भद्रेशदास स्वामी को "अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संस्कृत दूत" की उपाधि से सम्मानित किया गया। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय संस्कृत छात्रों के साथ भविष्य में सहयोग की आशा व्यक्त की। इस वैश्विक पहल की सफलता में प्रो. सुकान्त कुमार सेनापति और डा. पर्विन व्यास जैसे प्रतिष्ठित विद्वानों ने सक्रिय योगदान दिया।
Keywords
Girvanvani Vijay Vaijayanti Yatra, Swaminarayan Research Institute, Prahlad Gurukul, Yukt Swadhyaya Peeth, सुदीर्घ यात्रा, स्वामिनारायण शोध संस्थान, संस्कृत संगोष्ठी, पूज्य भद्रेशदास स्वामी, डॉ. पर्विन व्यास, ऑस्ट्रेलिया