Swatantrata Divas Samaroh
Date
2024-08-15
Journal Title
Journal ISSN
Volume Title
Publisher
Central Sanskrit University, New Delhi
केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, नई दिल्ली
केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, नई दिल्ली
Abstract
Description
This report summarizes the events of the 78th Independence Day celebration held at Central Sanskrit University, Delhi. The occasion was marked with great enthusiasm and cultural pride. Hon’ble Vice-Chancellor Acharya Shrinivasa Varakhedi delivered the presidential address, emphasizing the need for annual resolutions toward nation-building. He introduced the idea of "Rashtra Panchayatana" – honoring the Constitution, national flag, culture, literary tradition, and Indian languages. Chief Guest Dr. D.P. Anant recalled the sacrifices of our ancestors, while special guest Acharya G.S.R. Krishnamurti expressed pride in participating. The event was excellently coordinated and attended by faculty, staff, and students both online and offline.
इस रिपोर्ट मे केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, दिल्ली में आयोजित 78वें स्वतंत्रता दिवस समारोह के उद्घाटन कार्यक्रम की प्रमुख घटनाओं का सार प्रस्तुत किया गया है। यह समारोह अत्यंत उत्साह और सांस्कृतिक गरिमा के साथ मनाया गया। विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य श्री श्रीनिवास वरखेडी जी ने अध्यक्षीय भाषण में राष्ट्र निर्माण हेतु हर वर्ष एक नया संकल्प लेने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने 'राष्ट्र पंचायतन' की अवधारणा प्रस्तुत की, जिसमें संविधान, राष्ट्रीय ध्वज, संस्कृति, वाङ्मय परंपरा और भारतीय भाषाओं का सम्मान शामिल है। मुख्य अतिथि डॉ. डी.पी. अनंत जी ने पूर्वजों के बलिदानों को याद किया, वहीं विशिष्ट अतिथि आचार्य जी.एस.आर. कृष्णमूर्ति जी ने इस अवसर पर भाग लेकर गौरव की अनुभूति व्यक्त की। कार्यक्रम का सफल संचालन प्रो. मधुकेश्वर भट्ट जी द्वारा किया गया और इसमें छात्र, आचार्यगण व अधिकारी ऑनलाइन व ऑफलाइन रूप से सम्मिलित हुए।
इस रिपोर्ट मे केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, दिल्ली में आयोजित 78वें स्वतंत्रता दिवस समारोह के उद्घाटन कार्यक्रम की प्रमुख घटनाओं का सार प्रस्तुत किया गया है। यह समारोह अत्यंत उत्साह और सांस्कृतिक गरिमा के साथ मनाया गया। विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य श्री श्रीनिवास वरखेडी जी ने अध्यक्षीय भाषण में राष्ट्र निर्माण हेतु हर वर्ष एक नया संकल्प लेने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने 'राष्ट्र पंचायतन' की अवधारणा प्रस्तुत की, जिसमें संविधान, राष्ट्रीय ध्वज, संस्कृति, वाङ्मय परंपरा और भारतीय भाषाओं का सम्मान शामिल है। मुख्य अतिथि डॉ. डी.पी. अनंत जी ने पूर्वजों के बलिदानों को याद किया, वहीं विशिष्ट अतिथि आचार्य जी.एस.आर. कृष्णमूर्ति जी ने इस अवसर पर भाग लेकर गौरव की अनुभूति व्यक्त की। कार्यक्रम का सफल संचालन प्रो. मधुकेश्वर भट्ट जी द्वारा किया गया और इसमें छात्र, आचार्यगण व अधिकारी ऑनलाइन व ऑफलाइन रूप से सम्मिलित हुए।
Keywords
Independence Day, Viksit Bharat Abhiyan, Sacrifice and Dedication, Student Participation, स्वतंत्रता दिवस, राष्ट्र पंचायतन, विकसित भारत अभियान