राष्ट्रीय शिक्षा दिवस
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Date
2025-11-11
Journal Title
Journal ISSN
Volume Title
Publisher
Central Sanskrit University, New Delhi
केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, नई दिल्ली
केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, नई दिल्ली
Abstract
Description
This event was organized on the occasion of National Education Day at the Central Sanskrit University, Delhi, where the Vice Chancellor Prof. Shrinivasa Varakhedi delivered an address to the faculty members. In his meaningful speech, he emphasized that although India has a vast and rich educational heritage, the current education system does not fully reflect its original principles. He urged the teachers to ensure that the foundational concepts of Indian education are clearly conveyed to students, especially in the context of the new National Education Policy. To support this objective, a book published by the Sanskrit Samvardhan Pratishthan is being shared with the attendees for discussion and practical implementation.
यह कार्यक्रम राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के अवसर पर केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, दिल्ली में आयोजित किया गया, जहाँ कुलपति प्रो. श्रीनिवास वरखेडी ने अध्यापकों को संबोधित किया। अपने सारगर्भित वक्तव्य में उन्होंने कहा कि यद्यपि भारतीय शिक्षा परंपरा अत्यंत विशाल और समृद्ध है, वर्तमान शिक्षा प्रणाली उसके मूल सिद्धांतों को पूर्ण रूप से प्रतिबिम्बित नहीं करती। इसलिए आवश्यक है कि शिक्षक भारतीय शिक्षा के इन आधारभूत विचारों को विद्यार्थियों तक स्पष्ट रूप से पहुँचाएँ, विशेषकर नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के संदर्भ में। इसी उद्देश्य से संस्कृत संवर्धन प्रतिष्ठान द्वारा प्रकाशित एक ग्रंथ चर्चा और प्रयोग हेतु सभी प्रतिभागियों को प्रदान किया जा रहा है।
यह कार्यक्रम राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के अवसर पर केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, दिल्ली में आयोजित किया गया, जहाँ कुलपति प्रो. श्रीनिवास वरखेडी ने अध्यापकों को संबोधित किया। अपने सारगर्भित वक्तव्य में उन्होंने कहा कि यद्यपि भारतीय शिक्षा परंपरा अत्यंत विशाल और समृद्ध है, वर्तमान शिक्षा प्रणाली उसके मूल सिद्धांतों को पूर्ण रूप से प्रतिबिम्बित नहीं करती। इसलिए आवश्यक है कि शिक्षक भारतीय शिक्षा के इन आधारभूत विचारों को विद्यार्थियों तक स्पष्ट रूप से पहुँचाएँ, विशेषकर नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के संदर्भ में। इसी उद्देश्य से संस्कृत संवर्धन प्रतिष्ठान द्वारा प्रकाशित एक ग्रंथ चर्चा और प्रयोग हेतु सभी प्रतिभागियों को प्रदान किया जा रहा है।
