Sanskritsaptahasya Samudghatanakaryakramah
Date
2024-08-16
Journal Title
Journal ISSN
Volume Title
Publisher
Central Sanskrit University, New Delhi
केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, नई दिल्ली
केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, नई दिल्ली
Abstract
Description
This report summarizes the events of the inaugural session of Sanskrit Week. On 16th August 2024, Sanskrit Week commenced at the Central Sanskrit University with a special event titled ‘Vidvatsaparya’. Renowned Shastra scholar from Kashi, Acharya Krishnakant Sharma, addressed the gathering as the chief guest and urged that Sanskrit Week should be celebrated as a “Resolution Week.” The Hon’ble Vice-Chancellor, Acharya Prof. Shrinivasa Varakhedi, expressed a firm commitment to the preservation of the Sanskrit language, scriptures, and India’s knowledge tradition. The program was enriched with the dignity of the guru-shishya tradition, and the guests delivered inspiring speeches. The event was successfully conducted in both online and offline modes.
इस रिपोर्ट में संस्कृत सप्ताह के उद्घाटन सत्र की घटनाओं का सार प्रस्तुत किया गया है। 16 अगस्त 2024 को केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय में ‘विद्वत्सपर्या’ नामक विशेष कार्यक्रम के साथ संस्कृत सप्ताह का शुभारंभ हुआ। काशी के प्रसिद्ध शास्त्रविद् आचार्य कृष्णकांत शर्मा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे और उन्होंने संस्कृत सप्ताह को "संकल्प सप्ताह" के रूप में मनाने का आह्वान किया। माननीय कुलपति आचार्य प्रो. श्रीनिवास वर्खेड़े जी ने संस्कृत भाषा, शास्त्रों तथा भारतीय ज्ञान परंपरा के संरक्षण हेतु दृढ़ संकल्प व्यक्त किया। गुरु-शिष्य परंपरा की गरिमा से कार्यक्रम समृद्ध रहा। अतिथियों ने प्रेरणादायक वक्तव्य दिए। यह आयोजन ऑनलाइन और ऑफलाइन, दोनों माध्यमों से सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
इस रिपोर्ट में संस्कृत सप्ताह के उद्घाटन सत्र की घटनाओं का सार प्रस्तुत किया गया है। 16 अगस्त 2024 को केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय में ‘विद्वत्सपर्या’ नामक विशेष कार्यक्रम के साथ संस्कृत सप्ताह का शुभारंभ हुआ। काशी के प्रसिद्ध शास्त्रविद् आचार्य कृष्णकांत शर्मा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे और उन्होंने संस्कृत सप्ताह को "संकल्प सप्ताह" के रूप में मनाने का आह्वान किया। माननीय कुलपति आचार्य प्रो. श्रीनिवास वर्खेड़े जी ने संस्कृत भाषा, शास्त्रों तथा भारतीय ज्ञान परंपरा के संरक्षण हेतु दृढ़ संकल्प व्यक्त किया। गुरु-शिष्य परंपरा की गरिमा से कार्यक्रम समृद्ध रहा। अतिथियों ने प्रेरणादायक वक्तव्य दिए। यह आयोजन ऑनलाइन और ऑफलाइन, दोनों माध्यमों से सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
Keywords
Sanskrit Week, Sanskritsaptahasya, Sankalp Saptah, आचार्य कृष्णकांत शर्मा, समुद्घाटनकार्यक्रमः, भारतीय ज्ञान परंपरा, गुरु-शिष्य परंपरा